
हाँ, यह राक्षसों के लौटने का लगभग समय है। वह राक्षसों की उपस्थिति को बहुत करीब महसूस कर रही है। घड़ी अपनी चाल से चल रही है। क्या वह इसे रोक सकती है? नहीं, वह घड़ी को नहीं रोक सकती क्योंकि वे नॉन-स्टॉप हैं। नहीं, वह न तो घड़ी को रोक सकती है और न ही राक्षसों के पुन: प्रवेश को। क्या अब वह कुछ और खो सकती है? यदि हां, तो वह और क्या खो सकती है? उसने पहले ही यो प्यारा था वोह अपने से अलग कर दिया है।
वह उसके बारे में चिंतित है, इसलिए वह उसे एक संदेश भेजती है, “राक्षस फिर से जागने लगहें है । आप को सावधान रहने की जररूत है ।”
वह उसके बारे में चिंतित क्यों है? उसकी वजह से ही तो उसने सब कुछ खो दिया है।उसने अपनी मन की शांति खो दी है। उसने अपने जीवन का अर्थ खो दिया है। उससे मिलने से पहले, उसने कई वर्षों तक उसकी प्रतीक्षा की थी। वह आया और चला गया। नहीं, वह अब उसके लिए इंतजार नहीं कर रही है। वो उसको अपने दिमाग से बाहर लाने में सफ़ल रही है। लेकिन बदक़िस्मती अभी भी वो उसके दिल में रहता है। क्या उसने अपने डर और भावनाओं को व्यक्त करने का फैसला किया है?
वह अपने अतीत को याद करने से डरती है। क्या उसे डर है कि अगर वह उसे अपने दिल से निकाल लेती है तो उसको कोई नुकसान होगा? क्या उसका अतीत इसका उदाहरण नहीं है? अतीत में लोगों को सजा मिली थी । औरत का निर्दोष पक्ष उसे बताता है, “उसे बचाओ।” लेकिन उसका अंधेरा पक्ष कहता है, “उसे अकेला छोड़ दो। उसे उसकी कायरता और पापों का भुगतान करने दो। ”
मानव के लिए अतीत को याद करना अत्यंत पीड़ा है। उसके पास एक विकल्प है, लेकिन वह जानती है कि उसकी पसंद क्या होगी। वह उसको अपने मन की बात कहती है, “आपने अपनी आँखों से मुझे इस दुनिया की सच्चाई दिखाई है। दुनिया दोस्ताना नहीं है, और यह दुनिया मेरे लिए नहीं है। आप का एक हिस्सा मेरे दिल के अंदर रहता है, जिसने मुझे मजबूत बनाया है। मैं अब भावुक नहीं हूं। मेरी आँखों से अब आँसू नहीं निकलते। कोई भी मेरी उदासी को महसूस नहीं कर सकता है क्योंकि मैंने इसे अपनी मुस्कान के साथ पूरी तरह से ढक लिए है। मैंने अपनी आत्मा को मजबूत घृणा और अमानवीय दीवारों से ढक दिए है. यह मेरी भावनाओं की रक्षा करता हैं और मुझे दूसरों से दूर रहने में मदद मिलती हैं। अब कोई भी मेरी भावनाओं के साथ नहीं खेल सकता। मैंने आपको इतना प्यार और सम्मान दिया था , जिसके आप हकदार नहीं थे । मेरी भावनाओं का उपयोग करना और मुझे पीड़ित करना आपकी सबसे बड़ी गलती थी। तुमने मुझे प्यार करने के बदले में मुझसे सब कुछ छीन लिया है।”
वह अक्सर इस उलझन में पड़ जाती है कि उसके दर्द की तीव्रता या उसके प्रति उसके प्यार में से क्या मजबूत है। वह मुस्कुराती है जब लोग जो खुद का सम्मान नहीं करते सकते। वही लोग उसको सन्मान का भाषण देते है। वो उसे भूल जाने के लिए क्षमा कर सकती है । पर वह दूसरों को अपने प्यार का अपमान करने की अनुमति देने के लिए उसे कभी माफ नहीं करेगी । वे लोग उसे नहीं जानते थे, लेकिन वो तो उसको बहुत अच्छी तरह से जानता था। उसने उन लोगों से भीख माँगी थी जिनके पास अपनी आत्मा नहीं थी।
लेकिन अब और नहीं क्योंकि अब भावनाओं पर उसका पूरा नियंत्रण है। वह राक्षसों के लिए तैयार है। वह राक्षसों से कहती है, “मैं तैयार हूं। मुझे पता है कि यह फिर से समय है। मैं आपका बेसब्री से इंतजार कर रही हूं। आओ और जो चाहो ले जाओ। ”
बेशक दानव कोने पर हैं। वह उन्हें नहीं रोकेगी। दानव हमेशा उसकी कमजोरी पर हमला करते हैं। उसकी केवल एक कमजोरी है, और हर कोई जानता है कि उसकी कमजोरी क्या है। तो वह राक्षसों से अपनी कमजोरी कैसे छिपा सकती है? शैतान उसके दिल के अंदर रहता है, इसलिए शैतान ही तो जीतेगा। निर्दोष आत्माएं और भावुक लोग हमेशा राक्षसों से हार जाते हैं। वह अब भावनात्मक या निर्दोष नहीं है, तो अब राक्षस हमला कहां करेंगे ?
इस बार राक्षसों को क्या मिलेगा? उन्हें कुछ तो चाहिए ना । उन्हें खाली हाथ लौटना पसंद नहीं है। वह राक्षसों को जो भी चाहिये वो लेजाने देगी । क्या वे उसके बेचैन मन और बिखरती आत्मा को ले जाएँगे? या वे इस बार कुछ अलग करेगें ? क्या वे सोचेंगे कि शैतानों ने पहले से ही उससे सब कुछ छीन लिया है ? इसलिए उससे कुछ लेने के बजाय, उन्हें उसके लिए कुछ छोड़ देना चाहिए? क्या वे उसके खालीपन को देखकर उसके लिए कुछ छोड़ देंगे? नहीं, क्योंकि शैतान और राक्षस केवल लेना जानते हैं पर देना नहीं जानते । राक्षसों को भी शायद इसके बारे में पता नहीं है। केवल भगवान जानता है कि आगे क्या है।