
उसका एक ही सपना था। लड़की के उदास चेहरे पर केवल एक ही व्यक्ति मुस्कुराहट लाया करता था । दोनों के बीच में जमीन और आसमान का अंतर था, फिर भी दोनों में विचार और भावना एक थी। लड़का पूर्व में रहता था और लड़की पश्चिम में समुद्र के उस पार रहती थी । दोनों का धर्म अलग था। लड़का मुस्लिम था लेकिन लड़की का धर्म मानवीय था। दोनों की संस्कृति भी अलग थी। लेकिन फिर भी उनके बीच एक समानता थी, जिसे लोग अक्सर आत्मा का प्यार कहते हैं। अगर उनका यह प्यार जिस्म का प्यार होता तो कब तक का ख़तम हो गया होता।
लड़का अक्सर उसे याद करता था और सात समंदर पार उसकी आवाज सुनती थी । लड़का हमेशा लड़की को खूबसूरत घाटी की ओर बुलाता था। वह लड़की के सपनों में अक्सर आया करता था। लेकिन वह कभी उसका चेहरा नहीं देख सकी। उसको केवल एक परछाई दिखाई दिए करती थी। उस छाया के लिए लड़की ने दस साल इंतजार किया। वो लड़की अक्सर सपनों में समुद्र को तैर करके पार की कोशिश करती थी। कभी-कभी लड़की ने ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ने की कोशिश की। कभी-कभी वो आग में भी चलती थी और अग्नि परीक्षा देती थी। उसके दिल में हमेशा हलचल रहती थी। सब कुछ होने के बावजूद वो खुश नहीं थी। कारण स्पष्ट था कि उसके पास अपनी आत्मा का अलग हुआ एक हिस्सा नहीं था। लोग अक्सर उसको कहते कि खुदा ने सब कुछ दिया है फिर यह उदासी क्यों ?
उसकी आत्मा अधूरी ही नहीं बल्कि प्यासी भी थी।अधूरी और प्यासी रूह का इलाज़ तो हो सकता था। पर उस कमली लड़की की रूह तो गहरे जख्मो से भरी हुई थी। वो जिन्दा थी तो सिर्क अपने और अपने खुदा के सहारे और या फिर अपने विशवास के सहारे।
और एक दिन खुदा ने दोनों का मिलान करा दिया। ऐसा लगता था कि वो स्वर्ग में है। वो अपनी जिंदगी का हर दर्द भूल गई। लड़के की आवाज़ उसको एक अजीब सा खुमार देती थी। जब वो उसको मिलती थी तो ऐसा लगता था कि वोअपने खुदा के पास है। उसकी खुशी अंदाजा तो वो सिर्फ खुद ही महसूस कर सकती थी। वो अपने आप को आसमान और तारो को बीच उड़ता हुआ महसूस करती थी। लड़के की मजूदगी ही उस लड़की का संसार था। वो अक्सर उसके हाथो और पावो को अच्छी तरह मसाज किया करती थी। उसके लिया वो खाना बनाती थी। क्यों कि उसको छोटी छोटी चीजों से ख़ुशी मिला करती थी। वो लड़का उसकी जिंदगी था।
सिर्फ लड़की ही नहीं, बल्कि लड़का भी उसके लिए सब कुछ करता था । उसको कॉफी बना कर देना उसको बहुत अच्छा लगता था। एक सीनियर अफसर होने के बाबजूद भी वो उसके वालों को कंघी करता था। अपने हाथो से उसको खाना खिलाता था। उसकी चुपके से तस्वीरे लेता था। जब तक उसके मन को तसली नहीं मिलती थी वो हमेशा उसके साथ बातें करने की जिद किया करता था। जिस्म से ज्यादा दोनों में रूह का पप्यार था।
लड़की को सुरक्षा की भावना मिलती थी जब वो उसके कंधे पर अपना सिर रख कर और उसकी कमीज को पकड़ कर सो जाया करती थी। लड़की को अपनी माँ की कमी महसूस नहीं होती थी जब वो अपना सिर उसकी बाज़ू पर और अपनी टांग उसके ऊपर रख कर सो जाया करती थी। उसका दिल लड़के की दिल की धड़कन को सुनता था। न कोई डरावना सपना ना और कोई भूत उस लड़की को डराता था। जिस्मानी तोर पर वो दूर हुआ करते थे। पर उनकी रूह साथ साथ ही रहा करती थी। बहुत प्यार करता वो उस कमली सी लड़की को। वो लड़की उसकी जान और दिमाग थीं। वो उसके दिल और रूह में रहती थी। वोह उस लड़के की लिखी हुई कविताओं की रचना थी जिसको उसने उससे मिलने के पहले लिखा था।
लेकिन दानव और शैतान किसी को खुश नहीं देखते। उस लड़की के अंदर राक्षस रहते थे जो उसे सच बताने के लिया उकसाते रहते थे। दानव और शैतान जीत गए रूह का प्यार पलो में खत्म हो गया। लड़की के अंदर के दानव को सिर्फ वोह लड़का ही काबू कर सकता था पर लड़का बहुत कमज़ोर था या फिर बहुत ही शैतान था।
सुना है कि लड़की उसके बिना रहना भूल गई। और लड़के ने चुप्पी साध ली और ऐश के साथ अपना जीवन व्यतीत करने लगा। उसकी खामोशी ने लड़की को बर्बाद कर दिया क्योंकि कभी-कभी ख़ामोशी शब्दों से भी ज्यादा खतरनाक होती है। लड़की की खोखली मुस्कराहट उसके दिल की हालत को बहार लाते है। उसकी उदास आखें कुछ और ही कहानी बताती है. आज भी वो उसका इंतज़ार करती है यह कहते हुआ कि कभी जिस्म भी रूह के बिना जिन्दा रहा है।
हमारा यह समाज ही ऐसा है कि लड़की को तो पागल करार कर दिए गया था पर लड़के को समाज का रक्षक बना दिए। जब पहरेदार ही कमज़ोर हो। वो लड़की तो पागल होगी ना। यह हमारा समाज है यो सिर्क लड़की को तो सजा दे सकता है पर लड़के को नहीं। यह वो समाज है यहां पर प्यार और सचाई हारती है। खुदा ही जाने के उसकी की रज़ा और ईशा है
वोह अक्सर एक दूसरे से पुछा करते थे कि खुदा ने हमको क्यों मलाया और खुदा की क्या रज़ा थी। लड़के का तो कोई पता नहीं पर वो सोचती है कि खुदा ने हम को इस लिया मिलयाया था ताकि वो मुज़को ख़तम कर सके।
कहानी तो अभी शरू हुई है।
एक बार एक लड़का और लड़की हुआ करते थे एक बार एक लड़का और लड़की दोनों हुआ करते थे पर आज लड़की अकेली ही उसका इंतज़ार कर रही है। इसको किस्मत कहते है।
बहुत ही सुंदर
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Kya baat
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